आज मैं पूछूँगा चिराग तले क्यों होता है अंधेरा?
आँसू खुशी और गम दोनो में क्यों आते हैं?
क्यूँ है खुशी में दर्द भी साथ साथ?
क्यूँ हमेशा अपने ही दूर जाते हैं?
ऐसा क्यूँ होता है?
जब बिछेड़े, तो भी एक् प्यास सी रह जाती है,
कुछ हो जाने की, आस सी रह जाती है.
मैं खुद से बातें करने लगता हूँ,
और खुद में ही 'उसकी' एहसास हो जाती है.
प्यार ऐसा क्यूँ होता है?
ये अज़ीब सा एहसास क्यूँ होता है?
के मुझमे कोई 'और' रहता है|
मुझमे भी कोई 'और' रहता है|
अभिषेक
में भी नहीं जानती क्यूँ पर अक्सर जिन्दगी में ऐसा ही होता है
खुद में ही 'उसकी' एहसास हो जाती है
|मुझमे भी कोई 'और' रहता
Amazing yaar!! really touched/
sabme ek nai anek log hote hai.....v r made wid 5 elements n many personalities.....matter iz watz shown wen...
tu comment likh rahi hai ya blog ???